Shri Ashok Gehlot

Former Chief Minister of Rajasthan, MLA from Sardarpura

Media Talk

दिनांक
24/09/2019
स्थान
जयपुर


होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया की तरफ से 100 मोटरसाइकिल दी गई है इसके लिए मैं उनका शुक्रिया अदा करता हूँ। यह सीएसआर के अंतर्गत इन्होंने एक पहल की है और इसका पूरे प्रदेश के अंदर एक मैसेज जाएगा और गर्ल्स के माध्यम से एक प्रकार से हौसला अफजाई भी है जो अभी देखा आपने, मैं इनको साधुवाद देता हूं, धन्यवाद देता हूं और उम्मीद करता हूं आगे भी जैसा भी आपने बताया पांच यहां के नौजवानों को, लड़कियों को पायलट बनाने की ट्रेनिंग भी दी गई होंडा की कंपनी 5 पायलट गर्ल्स को ट्रेनिंग दे रही है तो एक प्रकार से ही है राजस्थान में स्थापित है यह अपना फर्ज अदा कर रहे हैं मुझे इस बात की बहुत प्रसन्नता है। मैं उम्मीद करूंगा कि अन्य कंपनियां भी जो राजस्थान के अंदर है और सीएसआर का कानून बन चुका है उसके पीछे जो छिपी हुई भावना है सोशल रिस्पांसिबिलिटी की उसको निभाने के लिए अन्य कंपनियों को भी आगे आना चाहिए यह मेरा मानना है। मुझे पूरा यकीन है कि पहले भी उन्होंने अच्छे काम किए चाहे शिक्षा हो या स्वास्थ्य हो उम्मीद करता हूं कि इस काम को और आगे बढ़ाएंगे।

सवाल: दो उप चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है।
तैयारी चल रही है पहले से ही, प्रदेश कांग्रेस कमेटी में अभी मीटिंग हुई थी और सब मिलकर के आपस में कॉर्डिनेट करके चल रहे हैं और पूरे दमखम के साथ में मैदान में उतरेंगे और चुनाव जीतेंगे।

सवाल: अमूमन सरकार रहती है उनके पक्ष में रहते हैं मतदाता लेकिन कल गडकरी आए धारा 370 को लेकर हर शहर और जिले में जा रहे है ...

देखिए अभी जो कंट्री में हालात है वह आप देख रहे हो देश और दुनिया के अंदर जो माहौल बनाया जा रहा है वह बहुत खतरनाक माहौल है, क्योंकि आज तक कभी इतिहास में धर्म के नाम पर राजनीति ऐसी नहीं हुई है, अब तो खुले रूप में जिस रूप में मैसेज आ रहे हैं उससे माहौल बड़ा तनावपूर्ण बन गया है देश में भय का माहौल है, चिंता का माहौल है और लोकतंत्र का क्या होगा उसपर प्रश्नवाचक चिन्ह लग रहा है। मोदी अभी गए ह्यूस्टन वहां 70 साल के इतिहास में पहली बार हुआ होगा कि कोई देश का प्राइम मिनिस्टर जाकर के पर्टिकुलर कैंडिडेट के बारे में इसका मतलब उसकी पार्टी के बारे में आप केम्पेन करके आओ खुले रूप में अगली सरकार ट्रंप सरकार, मैं समझता हूं कि जितनी आलोचना की जाए उतनी कम है क्योंकि एक देश के प्राइम मिनिस्टर ने पहली बार इतिहास के अंदर जो हमारी विदेश नीति थी हम नॉन एलाइन है जिसकी स्थापना पंडित नेहरू ने, इंदिरा गांधी ने की थी उसकी धज्जियां उड़ा दी, दुनिया भर में इस इवेंट की चर्चा हो रही है, लोग आलोचना कर रहे हैं कि हिंदुस्तान का प्राइम मिनिस्टर जाकर के वहां पर एक पॉलिटिकल पार्टी का केम्पेन करके आ गया है इसके मायने हैं कि कभी मान लो दूसरी पार्टी का प्राइम मिनिस्टर बन गया वहां पर तो उसके रिश्ते हमारे मुल्क के साथ में कैसे रहेंगे उसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता। यह जो जिस रूप में इन्होंने किया है व्यक्तिगत दोस्ती अपनी जगह होती है निभाओ जिंदगी भर निभाओ, मोदी जी और ट्रंप जी जिंदगी भर अपनी दोस्ती निभाये हमे कोई एतराज नहीं है पर देश को रीप्रजेंट करने वाला प्राइम मिनिस्टर इस प्रकार से जो वहां पर कैंपेन किया है मैं समझता हूं कि किसी रूप में देशवासी उचित नहीं मान सकते। सोशल मीडिया के माध्यम से जो नई पीढ़ी को गुमराह कर रहे हैं और उसके लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रहे हैं, इनकी टीमें बैठी हुई है उनका काम यही है कि लोगों को मैसेज ऐसे देओ जो लगे मोदी, मोदी, मोदी लगे लेकिन हकीकत के अंदर जो इंटरेक्चुअल है, साहित्यकार है, लेखक है, पत्रकार है, साइंटिस्ट है वह इनकी हरकतों को समझ चुके हैं। अभी जो कल परसों 540 लोगों ने लेटर लिखा है इसके मायने क्या है? देश किस दिशा में जा रहा है सोचना पड़ेगा। हम खाली यह 370 हटा दिया राष्ट्रीयता की भावना पैदा हो गई, अरे राजनीति में जो लीडर होता है उसको चाहिए वह सही बात भी जनता को बताएं, जनता आज नहीं तो कल समझ जाएगी लीडरशिप का गुण होना चाहिए पर यहां तो एक माहौल बना करके राजनीति की जा रही है। 45 दिन से बंद पड़े हैं एक प्रदेश के लोग, बंद पड़े हैं उनका कनेक्शन नहीं है देशवासियों से हम कहते हैं कश्मीर हमारा अभिन्न अंग है तो भाई कम से कम यह तो करो उनसे बातचीत करो कोई रास्ता निकालो शांति और सद्भाव का, भाईचारे का राज पैदा हो पूरे मुल्क के लोगो के साथ मे कश्मीरियों का यह तो प्रयास करो कम से कम। और तो और वहां क्या हो रहा है क्या प्रधानमंत्री जी की ड्यूटी नहीं है क्या? देश को संबोधित करके बताएं हमने कार्रवाई क्योंकि एक तरफा, अचानक क्यों कि, आज वहां हालात क्या है, किस प्रकार से हमने उनको कन्वींस करने के प्रयास किए हैं या प्रयास किए जा रहे हैं यह कौन बताएगा? प्रधानमंत्री मोदी जी हर बात को लेकर के तो राष्ट्र को संबोधित करते हैं, मन की बात तो हर वो वीक करते हैं तो यह तो भाई इतना बड़ा मुद्दा है जिसकी पूरी दुनिया में आलोचना हो रही है, यह कोई कम बात नहीं अपने पर लगता है यहां पर हम देखते हैं कि सब कुछ ठीक चल रहा है, सब कुछ ठीक नहीं है दुनिया भर के अंदर प्रदर्शन हो रहे हैं, दुनिया भर के अंदर की कश्मीर में हुमन राइट्स का वायलेशन हो रहा है, मानव अधिकारों का हनन हो रहा है दुनिया में आलोचना उसकी हो रही है तो यह कभी ना कभी हमारे देश के लिए मुश्किल खड़ी करेगी यह बातें यह मैं कहना चाहता हूं।

सवाल: एनआरसी को पूरे देश में लागू किया जा सकता है...
यह तो असम में भी फेल हो चुके हैं, असम में तो इनकी खुद की पार्टी के लोग आलोचना कर रहे हैं तो आगे क्या करेंगे।

सवाल: निकाय प्रमुख को लेकर कोई सीधे चुनाव को लेकर सुझाव आए हैं....

यह तो चर्चा चल रही है अभी सीधे हो या अप्रत्यक्ष हो, अभी धारीवाल जी की कमेटी जो है वह इसका फीडबैक ले रही है जो हमारे कार्यकर्ताओं की भावना होगी उसके अकॉर्डिंग टू फैसला होगा। कार्यकर्ता सुप्रीम होते हैं, कार्यकर्ता कहेंगे वह काम सरकार करेगी।

Best viewed in 1024X768 screen settings with IE8 or Higher